बच्चों के लिए हिंदी में कहानियाँ और Bedtime Stories for kids in hindi, हिंदी में बच्चों के लिए सभी सीखने के पाठ इस वीडियो के माध्यम से पाए जा सकते हैं।
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बंदर और मगरमच्छ
बहुत समय पहले की बात है, एक घने जंगल के पास एक बड़ी नदी बहती थी। उस नदी के किनारे एक विशाल जामुन का पेड़ था। उस पेड़ पर एक चालाक और हंसमुख बंदर रहता था। वह पेड़ मीठे-मीठे जामुनों से भरा रहता था, और बंदर हर दिन मजे से उन जामुनों का आनंद लेता था।
एक दिन, एक मगरमच्छ नदी में तैरता हुआ उस पेड़ के पास आया। वह बहुत थका हुआ और भूखा लग रहा था। बंदर ने उसे देखकर पूछा, “तुम इतने थके हुए क्यों लग रहे हो?” मगरमच्छ ने उत्तर दिया, “मैं कई दिनों से भूखा हूँ और मुझे खाने के लिए कुछ नहीं मिला।”
बंदर दयालु था। उसने सोचा, “इस बेचारे की मदद करनी चाहिए।” उसने कुछ मीठे जामुन तोड़कर मगरमच्छ को दे दिए। मगरमच्छ ने जब जामुन खाए, तो उसे बहुत स्वादिष्ट लगे। उसने बंदर से कहा, “ये जामुन तो बहुत मीठे हैं। क्या मैं रोज़ यहाँ आ सकता हूँ?”
बंदर ने खुशी-खुशी हामी भरी और कहा, “हाँ, दोस्त, जब चाहो आओ और जामुन खाओ।” इस तरह बंदर और मगरमच्छ की दोस्ती हो गई। मगरमच्छ हर दिन आता, दोनों साथ बैठते, बातें करते और जामुन खाते।
एक दिन मगरमच्छ ने कुछ जामुन घर ले जाकर अपनी पत्नी को दिए। मगरमच्छ की पत्नी ने जब मीठे जामुन खाए, तो उसने सोचा, “अगर ये जामुन इतने मीठे हैं, तो ज़रा सोचो, जो बंदर रोज़ इन्हें खाता है, उसका दिल कितना मीठा होगा!”
उसने अपने पति से कहा, “मुझे उस बंदर का दिल खाना है।” मगरमच्छ यह सुनकर दुखी हुआ, लेकिन वह अपनी पत्नी को खुश करना चाहता था।
अगले दिन मगरमच्छ बंदर के पास गया और कहा, “मित्र, मेरी पत्नी ने तुम्हें खाने के लिए बुलाया है। वह तुम्हारी बहुत तारीफ सुन चुकी है। चलो, मेरे साथ मेरे घर चलो।”
बंदर थोड़ा संकोच में पड़ गया, लेकिन उसने सोचा कि मगरमच्छ उसका सच्चा मित्र है, इसलिए वह उसकी पीठ पर बैठ गया। जब वे नदी के बीच पहुँचे, तो मगरमच्छ ने धीरे से कहा, “मुझे माफ करना, दोस्त। मेरी पत्नी तुम्हारा दिल खाना चाहती है।”
बंदर समझ गया कि मगरमच्छ ने उससे धोखा किया है, लेकिन वह घबराया नहीं। वह बहुत चालाक था। उसने झटपट उपाय सोचा और कहा, “अरे, तुमने पहले क्यों नहीं बताया? मेरा दिल तो मैंने पेड़ पर छोड़ दिया है। चलो, वापस चलकर ले आते हैं।”
मगरमच्छ ने सोचा कि यह सच हो सकता है, इसलिए वह बंदर को वापस ले गया। जैसे ही वे किनारे पहुँचे, बंदर तुरंत पेड़ पर चढ़ गया और मगरमच्छ से हँसकर बोला, “मूर्ख मगरमच्छ! दिल तो हमेशा शरीर के अंदर होता है। तुमने मेरी दोस्ती का गलत फायदा उठाया। अब जाओ और अपनी पत्नी को बताओ कि मैं मूर्ख नहीं हूँ!”
मगरमच्छ को अपनी गलती का एहसास हुआ और वह शर्मिंदा होकर वापस चला गया।
सीख:
- संकट के समय सूझबूझ से काम लेना चाहिए।
- सच्चे मित्र कभी धोखा नहीं देते।
- लालच का परिणाम हमेशा बुरा होता है।
यह कहानी बच्चों को चतुराई और मित्रता का महत्व सिखाने में मदद करती है।
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चतुर किसान और जादुई कलश
Bedtime Stories for kids in hindi, हिंदी में बच्चों के लिए सभी सीखने के पाठ
बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गाँव में एक गरीब लेकिन ईमानदार किसान रहता था। उसका नाम रामू था। रामू बहुत मेहनती था, लेकिन उसकी फसल हमेशा कम होती थी और उसे अपनी जरूरतें पूरी करने में कठिनाई होती थी।
एक दिन रामू खेत में हल चला रहा था, तभी अचानक हल किसी कठोर चीज़ से टकराया। जब उसने मिट्टी हटाई, तो उसे वहाँ एक पुराना तांबे का कलश मिला। कलश बहुत चमकदार था और उस पर अजीब से चित्र बने थे।
रामू ने उत्सुकतावश कलश को उठाया और उसके अंदर झाँक कर देखा। अचानक, एक तेज़ रौशनी निकली और एक जादुई आवाज़ आई, “ओ किसान! मैं एक जादुई कलश हूँ। जो कुछ भी तुम इसमें डालोगे, वह दोगुना होकर निकलेगा।”
रामू को अपनी आँखों पर विश्वास नहीं हुआ, लेकिन उसने पहले इसे आज़माने का फैसला किया। उसने एक मुट्ठी गेहूं के दाने उसमें डाले और आश्चर्यचकित रह गया जब कलश से दुगुने गेहूं बाहर निकल आए। अब रामू ने समझ लिया कि यह कलश उसके जीवन को बदल सकता है।
उसने अपनी सारी फसल कलश में डालनी शुरू कर दी, और कुछ ही दिनों में वह अमीर बन गया। वह अपनी मेहनत से गाँव में संपन्न किसान बन गया।
लेकिन रामू एक ईमानदार आदमी था। उसने सोचा, “यह जादूई कलश मुझे मिला है, इसका उपयोग पूरे गाँव के भले के लिए करना चाहिए।” उसने गाँव के सभी किसानों को बुलाया और उन्हें कलश के बारे में बताया। अब पूरा गाँव इसका उपयोग करने लगा, और सबकी ज़िंदगी में खुशहाली आ गई।
रामू के पड़ोस में एक लालची साहूकार भी रहता था। जब उसने कलश के बारे में सुना, तो उसने रामू को लालच देकर वह कलश चुरा लिया। साहूकार ने खुशी-खुशी सोने की एक छोटी सी अंगूठी उसमें डाली, लेकिन जैसे ही वह निकालने गया, कलश में से दो अंगूठियाँ आईं।
साहूकार ने सोचा, “अगर मैं इसमें खुद को डाल दूं, तो दो साहूकार बन जाऊँगा और दोगुना पैसा कमा सकूंगा!”
यह सोचकर उसने खुद को कलश में डाल दिया, लेकिन जैसे ही वह अंदर गया, कलश हिलने लगा और एक तेज़ आवाज आई। कुछ देर बाद कलश से दो छोटे-छोटे मेंढक बाहर निकले!
रामू और गाँव के लोग हँसने लगे। उन्होंने समझ लिया कि लालच का अंत बुरा ही होता है। रामू ने फिर से कलश को सही तरीके से उपयोग किया और गाँव की समृद्धि में योगदान दिया।
सीख:
- लालच बुरी बला है।
- ईमानदारी और मेहनत से ही सच्ची सफलता मिलती है।
- दूसरों की भलाई करने से खुशियाँ दोगुनी हो जाती हैं।
FAQ
बच्चों के लिए हिंदी में कुछ लोकप्रिय सोने की कहानियाँ क्या हैं?
यहाँ बच्चों के लिए हिंदी में सोने के समय की कुछ लोकप्रिय कहानियाँ दी गई हैं:
मुर्ख कौआ और चालाक लोमड़ी: एक मूर्ख कौआ और एक चतुर लोमड़ी की कहानी
खरगोश और कचुआ: एक कहानी जो हमें धैर्य रखने और हार न मानने का महत्व सिखाती है
मगरमच्छ बंदर और: एक लालची मगरमच्छ और एक चतुर बंदर की कहानी
माता-पिता अपने बच्चों के लिए सोते समय कहानी सुनाना कैसे अधिक रोचक और संवादात्मक बना सकते हैं?
सोने से पहले सुनाई जाने वाली कहानियों को और भी दिलचस्प बनाने का एक तरीका है उन्हें निजीकृत करना। हम अक्सर कहानियों में परिवार के सदस्यों, उसके पसंदीदा फ़िल्मी किरदारों, दोस्तों और उसके पसंदीदा खिलौनों को किरदारों के रूप में शामिल करते हैं। इससे उसे कहानी से जुड़ने में मदद मिलती है और स्वामित्व की भावना पैदा होती है, जिससे कहानी ज़्यादा रोमांचक और यादगार बन जाती है।